16 नवंबर 2009
मीडिया के पास ख़बर नही!
मीडिया के पास ख़बर की कमी है। आज मीडिया ख़बर कम बकवास जयादा दिखा रही है। टीआरपी के खेल मे समाचार चैनल लोगों से कटता जा रहा है। आज जब भी समाचार के लिए चैनल खोलता हूँ तो कभी दाती महाराज की बकवास भरी चुटकुले आ रहा होता है अथवा बिग बॉस की नौटंकी। चैनल देखने का मन अब नहीं करता और इसका कारण चैनलों का चिल्लाना भी है। चैनलों का chillahat ही है की समाचार देखने के लिए घंटों इंतजार करने के बाद भी कोए समाचार हाथ नही लगता । कभी पाकिस्तान की खबर तो कभी नकली नोट का। आम आदमी की ख़बर अब चैनलवाले चलाना पसंद नही करते या फ़िर पत्रकार ऐसी ख़बर बनते नहीं। देश की राजधानी में ही कई बरी ख़बर है पर उसकी तरफ़ से मुहं मोर कर हम चल देतें है। चैनल पर परेम टाइम मे बरी ख़बर आती है पर उसमें भी आम आदमी नजर कम ही आता है।
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