23 दिसंबर 2009

नरेगा में लाखों का घोटाला, मजदूरों के हस्ताक्षर के बिना ही निकाल लिए उनके मेहनत की कमाई।

नरेगा में लाखों का घोटाला, मजदूरों के हस्ताक्षर के बिना ही निकाल लिए
उनके मेहनत की कमाई।
नालान्दा जिले का मामला
जिले के मेहूस में स्थित डाकघर के सिंधौल गांव में तैनात 'शाखा के
संचालक के द्वारा लाखों की राशि पंचायत रोजगार सेवक को बिना मजदूर के
हस्ताक्षर और उनके भौतिक सत्यापन के बिना ही दे दिया। यह मामला तब सामने
आया जब दलित विकास समिति के बरबीघा स्थित 'शाखा मे दलित समुदाय के लोगों
ने फरीयाद किया। मजदूरों ने बताया ि कवे लोग नालान्दा जिले के सरमेरा
प्रखण्ड के गोवाचक गांव के निवासी है। वे लोग पिछले कई माह से पूर्व
नरेगा योजना के तहत पैन की खुदाई का काम उनलोगों ने किया था पर कई माह
बीत जाने के बाद भी उन लोगों को जब मजदूरी नहीं मिली तो वे लोग अपना
पासबुक सिंधौल गांव स्थित डाकघर में जाकर मांगने लगे इसके बाद डाकघर के
प्रभारी मथुरा सिंह ने बताया कि पासबुक पंचायत रोजगार सेवक प्रामोद
कुमार के पास है। जब हमलोगों के द्वारा पासबुक की मांग की गई तो उसने कई
जगह सादे पन्ने पर हस्ताक्षर करा लिया। कई माह के बाद जब उन लोगों को
पासबुक मिला तो उसमें जमा सारे रूपये निकाल लिया गया था। इस अवसर पर
मौजूद मजदूर उर्मिला देवी के पास बुक संख्या 995 से 3772, बीणा देवी
पासबुक संख्या 460 से 4539, मंजू देवी पासबुक संख्या से 4361,बीणा देवी
पासबुक संख्या 465 से 4461, सुरेश दास पासबुक संख्या 494 से 2661,
लक्ष्मीणीया देवी पासबुक संख्या 474 से 4539,पुतुल देवी पासबुक संख्या
467 से 4450 तथा आशा देवी पासबुक संख्या 461 से 3204 रू0 निकाल लिया गया
है। इस तरह की लिस्ट की संख्या सौ से अधिक हैे और सभी पासबुक से तीन
हजार के आस पास की राशि निकाल ली गई। मजदूरों के द्वारा जब अपने हक की
बात कही जाने लगी तो उसे जान से मारने की धमकी भी रोजगार सेवक के द्वारा
दिया जाने लगा। हार कर मजदूर बिहार दलित समिति के पास फरीयाद लेकर
पंहूचे। नरेगा से जुड़े इस मामले का सामने आना महल एक वानगी है हकीकत
यह है कि डाकघर के पदाधिकारी , मुखीया और रोजगार सेवक के सहयोग से
नरेगा की राशि को लूटा जा रहा है और इस बात को सभी जानते है पर सरकारी
काम मजह फाइलों पर सही हो तो मामला दब ही जाता है।

2 टिप्‍पणियां:

  1. नरेगा दरअसल में नौकरशाहों और सत्‍तानशी राजनीतिज्ञों के जेब भरने वाला साधन साबित हो रहा है पूरे भारत में.


    सार्थक लेखन के लिए धन्‍यवाद.

    ये वर्ड वेरीफिकेशन हटा देवें तो टिप्‍पणी करने में सहोलियत होगी.

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  2. बहुत ही शर्मनाक है जब तक हम लोग भरश्टाचार को खत्म नहीं करेंगे तब तक कुछ नहीं हो सकता । सरकार कुछ भी करे आज कोई भी इमानदारी से काम नहीं करता बस सरकार को दोश दे कर खुद साफ सुथरे निकल जाते हैं । सरकार क्या है हम और आप जब तक हम और आप लालची हैं तब तक उपर बैठे लोग फायदा उठायेंगे। धन्यवाद्

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